
भारत / सरकार ने आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ देने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिनमें आयुष्मान भारत योजना सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। इसे दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं में गिना जाता है।
क्या सच में साल भर मुफ्त इलाज मिलता है?
आयुष्मान कार्ड मिलने के बाद अक्सर लाभार्थियों के मन में यही सवाल उठता है कि क्या वे पूरे साल अस्पताल में मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। असल में, योजना तकनीकी रूप से साल में असीमित भर्ती की सुविधा देती है, लेकिन 5 लाख रुपये की वार्षिक सीमा तक ही कैशलेस इलाज संभव है।
5 लाख की वार्षिक सीमा का मतलब
यह राशि पूरा परिवार के लिए होती है, न कि प्रति व्यक्ति।
उदाहरण: यदि परिवार में 6 सदस्य हैं, तो 5 लाख रुपये किसी एक सदस्य के इलाज या सभी के इलाज में साझा किए जा सकते हैं।
वार्षिक सीमा पूरी होने के बाद का खर्च मरीज को खुद वहन करना होगा।
किस इलाज में मिलता है लाभ?
योजना मुख्य रूप से गंभीर बीमारियों और अस्पताल में भर्ती इलाज के लिए है।
OPD, ब्लड टेस्ट, एक्स-रे या मामूली दवाइयाँ योजना में शामिल नहीं।
गंभीर इलाज जैसे:
हार्ट वाल्व रिप्लेसमेंट
प्रोस्टेट कैंसर
किडनी ट्रांसप्लांट
कोरोनरी एंजियोप्लास्टी
न्यूरो सर्जरी
सभी प्रक्रियाएं कैशलेस होती हैं और मरीज भारी बिल से राहत पाता है।
घर बैठे बनाएं अपना आयुष्मान कार्ड
पहले कार्ड बनवाने के लिए कई सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन अब पूरी प्रक्रिया डिजिटल और पारदर्शी हो गई है।
Ayushman App डाउनलोड करें और अपने स्मार्टफोन से कार्ड बनवाएं।
लॉगिन के लिए मोबाइल नंबर और आधार का उपयोग होता है।
राज्य और जिले का चयन कर परिवार की पात्रता (Eligibility) चेक की जा सकती है।
यदि किसी सदस्य का नाम लिस्ट में है लेकिन कार्ड जनरेट नहीं हुआ है, तो ‘Authenticate’ विकल्प से e-KYC पूरी की जा सकती है।
वेरिफिकेशन के एक हफ्ते के भीतर कार्ड डाउनलोड किया जा सकता है।
आयुष्मान कार्ड गंभीर बीमारियों के लिए साल में कैशलेस इलाज प्रदान करता है, लेकिन यह सुविधा 5 लाख रुपये की वार्षिक सीमा तक ही है और पूरे परिवार के लिए साझा होती है।